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स्वातंत्रता दिवस पर सम्पन्न हुई काव्य गोष्ठी। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के सभी सदस्य रहे उपस्थित।

कल 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर विंध्याचल माध्यमिक पब्लिक स्कूल नरसिंहगढ़ ने राष्ट्रीय के वीर सपूतों को समर्पित एक सरस काव्य गोष्ठी का आयोजन रखा था जो अपनी गरिमामय ऊंचाईयों को छूते सम्पन्न हुआ।
आयोजन का शुभारंभ वरिष्ठ साहित्यकारों कविगणों एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य महोदय श्री रामस्वरूप लवबंशी जी द्वारा सरस्वती माता एवं भगवान श्री रामचंद्र जी के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्प माला पहनाकर आयोजन का श्री गणेश किया गया तत्पश्चात माता सरस्वती जी की वंदना का वाचन कुमारी मनीषा विश्वकर्मा, कुमारी दीपीका कुशवाहा ने किया
और सभी कविगणों अतिथियों का स्वागत विद्यालय परिवार ने मंगल तिलक लगाकर पुष्पमाला पहनाकर किया और सभी कविगणों अतिथियों को श्री रामस्वरूप लवबंशी जी ने पेन भेंट किये आयोजन के मुख्य अतिथि थे वरिष्ठ साहित्यकार परम आदरणीय ठाकुर श्री गोविन्द सिंह जी मकवाना साहब थे ,काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता की श्री टी के शर्मा साहब ने ,विशेष अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार कवि श्री मोहन सिंह जी परमार अन्नत साहब ,विशिष्ट अतिथि श्री पंकज शिवहरे कंवर आयोजन में कवियों के साथ विद्यालय के बच्चों ने भी राष्ट्रीय भक्ति गीतों को पढ़ा और कवियों ने भारत माता को नमन करते हुए एक से बढ़कर एक राष्ट्रीय भक्ति से ओत-प्रोत गीत कविता छंदों का वाचन किया इस अवसर पर पधारे सभी साहित्य प्रेमियों ने गीतों का आनंद लिया और खूब तालियां बजाकर कवियों एवं साहित्यकारों की सराहना और भारत माता की जय के जयकारे लगाते रहे आयोजन के मुख्य वक्ता थे वरिष्ठ साहित्यकार ठाकुर श्री गोविन्द सिंह जी मकवाना साहब ने अपने उद्बोधन में आजादी पर अपने विचार रखे और आजादी के अर्थ को विस्तार से समझाया और राष्ट्रीय के लिए समर्पित रहने के की बात कही इसी क्रम श्री रामस्वरूप जी लवबंशी जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा से बढ़कर कुछ नहीं होता है इसके लिए अपने मन धन सब कुछ निछावर कर देना चाहिए जिन कविगणों ने काव्य पाठ किया उनके नाम इस प्रकार है श्री मोहन सिंह परमार अन्नत साहब, श्री डालचंद बादल जी ,श्री दिलीप राजा ,श्री टी के शर्मा जी, हरिसिंह परिहार पतंग ,श्री पंकज शिवहरे कंवर , श्री सज्जन सिंह जी राठौड़ , भारत सिंह जी लवबंशी, कुमारी महिमा लवबंशी 
आयोजन में काफी संख्या में बच्चे एवं साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे ।चिंटू बना साहब, लखन साहू कुमारी राखी यादव, देव विश्वकर्मा आयोजन का समापन भारत माता की जय के साथ हुआ
आयोजन का संचालन हरिसिंह परिहार पतंग ने किया
आभार व्यक्त विंध्याचल स्कूल के संस्थापक श्री रामस्वरूप लवबंशी जी ने माना 👏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳👏

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